E-Shram Card Pension Scheme: अगर आप असंगठित क्षेत्र में मजदूरी या श्रमिक कार्य करते हैं और बुढ़ापे की चिंता सता रही है, तो आपके लिए केंद्र सरकार की ई-श्रम कार्ड पेंशन योजना 2025 एक राहत भरी खबर लेकर आई है। इस योजना के अंतर्गत पुरुषों और महिलाओं दोनों को 60 वर्ष की उम्र पूरी होने पर हर महीने ₹3000 तक की नियमित पेंशन देने का प्रावधान है।
बुढ़ापे को बनाए आत्मनिर्भर, हर माह मिलेगा ₹3000 का सहयोग
ई-श्रम कार्ड से जुड़े इस पेंशन योजना का मुख्य उद्देश्य असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों को बुज़ुर्गावस्था में वित्तीय सहारा देना है। योजना के तहत जैसे ही श्रमिक की उम्र 60 वर्ष होती है, सरकार उसकी बैंक खाते में हर महीने ₹3000 की राशि डायरेक्ट ट्रांसफर करती है, जिससे वह अपनी मूलभूत ज़रूरतों को बिना किसी पर निर्भर हुए पूरा कर सके।
कौन ले सकता है योजना का लाभ
इस पेंशन योजना का लाभ लेने के लिए कुछ मुख्य शर्तें हैं:
आवेदक भारतीय नागरिक होना चाहिए।
मासिक आय ₹15000 से अधिक नहीं होनी चाहिए।
श्रमिक असंगठित क्षेत्र (जैसे दिहाड़ी मजदूर, रिक्शा चालक, घरेलू सहायिका आदि) में कार्यरत होना चाहिए।
उसका पहले से ई-श्रम कार्ड बना हुआ होना अनिवार्य है।
आवेदक की उम्र या तो 60 वर्ष हो चुकी हो या इसके करीब हो।
जो लोग पहले से किसी अन्य सरकारी पेंशन योजना का लाभ ले रहे हैं, वे इस योजना के पात्र नहीं हैं।
जरूरी दस्तावेज
ई-श्रम पेंशन योजना के लिए निम्न दस्तावेजों की आवश्यकता होती है:
आधार कार्ड
बैंक पासबुक
मोबाइल नंबर (आधार से लिंक)
पासपोर्ट साइज फोटो
निवास प्रमाण पत्र
आय प्रमाण पत्र
ऐसे करें ऑनलाइन आवेदन
सबसे पहले ई-श्रम पोर्टल की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
वहां “पंजीकरण” या “Registration” विकल्प पर क्लिक करें।
अगली स्क्रीन पर “Apply Now” का विकल्प चुनें।
फिर “Self Registration” टैब पर क्लिक करें।
अब एक आवेदन फॉर्म खुलेगा जिसमें आपका नाम, जन्म तिथि, आधार नंबर, बैंक विवरण, पेशा आदि जानकारी भरनी होगी।
इसके बाद मांगे गए दस्तावेज स्कैन करके अपलोड करें।
सारी जानकारी भरने के बाद “सबमिट” बटन पर क्लिक करें।
अंत में आवेदन की रसीद डाउनलोड कर सुरक्षित रख लें, जो भविष्य में उपयोगी होगी।
ई-श्रम कार्ड धारकों के लिए क्यों खास है यह पेंशन योजना
सरकार की यह पहल असंगठित श्रमिकों को सामाजिक सुरक्षा देने की दिशा में एक बड़ा कदम है। जिन मजदूरों के पास कोई नियमित आय नहीं है और जो बुढ़ापे में सबसे अधिक आर्थिक रूप से कमजोर होते हैं, उनके लिए यह योजना बहुत ही फायदेमंद साबित हो सकती है।